खुद पर करना ये एतबार ,मुश्किल है
मैं किसी के सपनो का राजकुमार ,मुश्किल है
मैं खामोशियों का गुलाम एकांत का दिवाना
खुद में ही गुमशुम बहुत दूर है मुझसे जमाना
जितना लिखता हूं उतना कह नहीं पाया कभी
शब्दों में कह दूंगा सब करना इजहार, मुश्किल है
मैं किसी के सपनो का राजकुमार, मुश्किल है
छोटे छोटे टुकड़े नहीं चाहूं लम्बा सफर करना
इश्क छूना देखना नहीं चाहूं बेहद असर करना
मेरे साथ डूबने को होना तैयार ,मुश्किल है
मैं किसी के सपनो राजकुमार,मुश्किल है
न औरों सा हूं मैं न मुझमें खास बात कोई
तन्हाइयों के अलावा न साथ मेरे है कोई
अभी तो मिलना ऐसा यार ,मुश्किल है
मैं किसी के सपनो का राजकुमार , मुश्किल है
अभी भी चल रहा हूं अपनी खोज में
हो सकता है रखता हो कोई अपनी सोच में
हाथ थाम के कभी छोड़ने को न कहें
ऐसा किसी को इश्क-ए-बुखार ,मुश्किल है
मैं किसी के सपनो का राजकुमार ,मुश्किल है
उड़ानों में साथ दे हौसलों के पर जैसे
बाहों में सकून मिलें अपने घर जैसे
क्या हूं ये नहीं क्या हो सकता हूं बतलाए
ऐसा मेरे दिल का होना हकदार , मुश्किल है
मैं किसी के सपनो का राजकुमार, मुश्किल है
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