मैं मोहताज नहीं हूं तेरे इश्क़ का, काग़ज़ और स्याही से मोहब्बत हुई है। ये तुझ जैसे प्यार का व्यापार नहीं करते, इन्हें मेरी दर्द की शायारियो से भी लगाव है।
Jab tum zindagi ki aisi more pe khadi ho ki tumhe koi sahara na dikhe... Koi rasta na dikhe...to ghabrana maat...apni dil ki suna karo... Kyun ki aisi paristhiti yo pe dimaag kam karna bandh kar deti hain...magar dil hamesha tumhe sahi rasta dhoond ne main madat karegi...
खुशियों से अनजान है , दिल कितना बेजु़बान है ! टूटा हर रिश्ता , झूठा हर फ़रिश्ता देखा है ! मैंने खुद को खुद से बिछड़ते देखा है ! लोग कहते हैं , गर एक बार जी कर तो देखा होता ... दिल कहता है , मैंने जी कर भी खुद को हजा़रों बार मरते देखा है !