"কলম যতই দামী হােক ভিতরে কালি না থাকলে, যেমন তা মূল্যহীন ! তেমনি মানুষ যতই শিক্ষিত হােক না কেন মনুষ্যত্ব না থাকলে সে শিক্ষা মূল্যহীন"
* ভালাে থাকার অনেক শুভ কামনা রইল *
—কলমে✍..সন্দীপন সাহা
"कलम कितनी भी महंगी क्यों न हो अगर अंदर स्याही न हो, मानो यह बेकार है! इसी तरह इंसान कितना भी पढ़ा-लिखा क्यों न हो, इंसानियत न हो तो वो शिक्षा बेकार है"
* मैं आपके सर्वोत्तम की कामना करता हूं *
—✍.(Writer) Sandipan Saha
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