एक कोख से हैं जन्में,
है वो मेरा बड़ा भाई,
जिसने गोद में सुलाया,
खुद की पलकें ना छपाई,
जो चोट मुझको लगती तो,
ले आता फट दवाई,
जिसने प्यार भी किया मुझे,
और खूब डांट भी लगाई,
कोई हाँथ भी लगा दे तो,
उनकी बत्तियां बुझाई,
जो प्यारा सा सवेरा है,
वो अनमोल भाई मेरा है,
जो ज्ञान में है विवेकानंद,
है उसकी खुशी में मेरा आनंद,
जो पीठ पीछे भी कभी,
औरों की निंदा ना करे,
जो भाई की खुशी के लिए,
प्राणों की भी चिंता ना करे,
जो सत्य है सरल है,
है वो मेरा भाई,
एक कोख से हैं जन्में,
है वो मेरा बड़ा भाई।।
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