तेरे साथ ही शुरू,तेरे ही साथ खत्म होना चाहता हूं,
तू अगर रहे चांद तो अंधेरा होना चाहता हूं,
तेरे इश्क के बारिश में हर बार भीगना चाहता हूं,
तू अगर रहे बारिश तो मैं धरती होना चाहता हूं,
तेरे इश्क की खुशबू में मैं हमेशा महकना चाहता हूं,
तू अगर रहे फूल तो मैं भंवरा होना चाहता हूं।।
@shabd_darpan
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