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एक समय था जब मुझे माता की तरह पूजा जाता था और आज मुझे कहीं जिंदा दफनाया जा रहा है... तो कहीं नुकेली जैसे अस्त्र से प्रहार किया जा रहा है .. सड़को पर खुला घूमने का शौक नहीं मजबूर हूं। जहां हमारी हर रोज दर्दनाक मौते होती है । वो नुकीले तार मेरे जिस्म मैं घुसना और मेरा दर्द से चीखना तुम इंसानों को दिखता कहा है.... मेरी इसी हालत का जिम्मेदार इंसान तू ही है..... जो इन्सान के भेष अब मुझे दानव नजर आता है ।
मुझे जीने दो मुझ पर अत्याचार बंद करो मुझे भी हक है । 😥🥺