मोहब्बत के पैमाने कई हैं, इश्क़ के मायने कई हैं, निभाने वालों के तरीके कई हैं, हम तो ठहरे दिल हारे हुए, हमारा क्या है, हमारे भी जज़्बातों के चेहरे कई हैं।
Itni galtiyan bhi na Kar AE MUSAFIR ... Chhoti si ZINDAGI❣️ hai.. Puri Apni hi galtiyon se Sikhne mein nikaldi.. To fr DUNIYA ki khubsurati ko kab dekhega...❣️😊
हूँ बूरा मैं था ये मालूम मुझे मुझे बताकर तूने क्या एहसान किया है था समझता तू तो समझता है ना समझा कभी तू मेरी अफवाहें रचता है मेरी शख्सियत पे ही आज खड़ा है तू और मेरा ही सर झुकाने का काम किया है खुद की असलियत छुपाने को तूने मुझे ही बदनाम किया है मेरी नज़रों में गिरकर तूने तेरा हीं नुकसान किया है||