ख़ुश भी रहे और मुस्कुराये मुझमे
ऐसा ही कोई शख़्स रह जाये मुझमे
मैं गली गली उसको तलाशता फिरूँ
वो दिल के कोने कही समाये मुझमे
अच्छाई पर वाह न करे तो नही गिला
पर कमी कोई मिले तो बताये मुझमे
जुनून सीने का कभी ठण्डा हो न सके
चिंगारी हौंसलो की वो लगाये मुझमे
मोहब्बत की नज़र से देखे सभी को
बस ऐसा ही इंसान वो जगाये मुझमे
समझे साजिद को साजिद की तरह
हसरत है बस वही नज़र आये मुझमे
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