अपनी भावनाओं और शक्तियों पर नियंत्रण करना अनुशासन है कहलाता,
किंतु आजकल प्रत्येक व्यक्ति का अनुशासन के प्रति स्तर गिरा नजर है आता।
आगे बढ़ने की होड़ में पीछे रह गया अनुशासन का साथ, असंतोष ने पकड़ लिया है प्रत्येक व्यक्ति का हाथ।
अनुशासन से व्यक्तित्व का विकास व हमें अपने लक्ष्यों के प्रति केंद्रित रहने में मदद मिलती हैं,
अनुशासन में रहते हमारी जिंदगी अच्छे प्रकार से चलती है।
समृद्धि साईनाथ से प्रार्थना करती है, कि प्रत्येक व्यक्ति शुद्ध रखें अपनी वाणी,
अनुशासन में रहने की कोशिश करें हर प्राणी।
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