मेरी चाहतों का आगाज़ बस तू है
मेरे दिल में छुपा हर राज बस तू है
मेरे गीतों के सुर का साज बस तू है
हर पल दिल से आई आवाज बस तू है
मेरी मंजिलें जहाँ जाए पता बस तू है
दिल करना चाहे जो वो ख़ता बस तू है
दिन का देखा हुआ मेरा सपना बस तू है
इस बेगानी दुनिया में मेरा अपना बस तू है
मैं जगना न चाहूँ जिसमें वो रात बस तू है
तोड़े से भी न टूटे वो अटूट साथ बस तू है
माना इस दुनिया में सबसे ख़ास बस तू है
पर इस नाचीज के दिल के पास बस तू है
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