ओहदा बड़ा होने से कोई किसी का गलत करे ये तो कोई बात नही हुई ओहदा तो व्यक्तित्व और उसके विचारो से बनता है ओहदा बड़ा हो तो भी लोगों को गालियां देते हुए देखा है
गीता सार..... आज की सत्ता की ये लालसा कल कलयुग में भी दिखाई देगी हर कोइ बल द्वारा सत्ता, और सत्ता द्वारा बल प्राप्त करने का प्रयास करेगा हर कोई अस्त्र–शस्त्र से संपन्न होने का प्रयास करेगा, सत्ता की होड़ लगेगी और शुरू होगी प्राणघातक सत्तास्पर्धा