समय कितना बदल जाता हैं ! पता क्या हम कहते हैं हम ना बदलने वाले कॉलेज मे क्लास रुम की सीट पे मै और स्नेहा जॉब मुझे करनी कहाँ हैं ! मुझे अच्छे से याद की मै delhi भाई मै कानपुर से intrnship करने वाली अपना शहर ! पर श्य़ाद काहानी कुछ और जुड़ना था ! अचानक अब gurgaon जाना ! एक अलग दूनियाdiagnostic ! मुझे याद जब नीरज सर बदले लगे हाँ बात यही लगी की वो senior कम histo के staff ज्यादा लगे ! वैसे बता दू की ये कॉलेज के seniors मे सबसे सीधे थे ! पर यहाँ थोडी strictness ! फिर अंजान सी दूनिया का अंजान सफर जानेपहचाने दोस्त भी उस delhi की हवा मे बदल रहे थे ! cafeteria के hall मे shuats students की कमी कहाँ थी ! हा तो अब एक class के studens कम अलग department के trainee ! हा एक दूसरे को बुलाने के लिय visit हो जाती ! वो हर घर से वापस जाने पर समोसे मीठा कैसे खत्म हो ज़ाते पता नहीं चलता ! सबसे देर तक के trainnies मै और प्रसांत मुझे याद histo वाले मुझे चिधाते और हिमानी मैम उजाला से कुछ सीखो ! दोस्ती के धागे यादो और बातों मे रहे और हम सब एक नौकरी मे बंध गए ! कुछ के नं फ़ोन book से delete हो गए
ফোনটা রিসিভ করবে না করবে না ভেবেও করে ফেললো তৃষা। প্রথম যখন রিং টা হলো সেই চেনা নাম্বারটা দেখে বুকটা ধ্বক করে উঠেছিল অজান্তেই। এতদিন পর কেনো হঠাৎ কেনো আবার ফোন করলো পলাশ?? কাঁপা কাঁপা গলায় কোনমতে "হ্যালো" টা বললো তৃষা। পলাশের জেদাজেদিতে শেষমেশ রাজি হলো দেখা করতে। হ্যাঁ বলার সময় গলাটা জড়িয়ে গেলো তৃষার। কতো সহজে ও হ্যাঁ বলে ফেললো! অথচ ওর এতো সহজে রাজি হওয়ার কথা নয়। সে তো নিজেকে কঠোর করেছে মনে মনে। কিন্তু সেই কঠোরতার কারফিউ আর জ্বলন্ত পোষ্টারের মধ্যে কি এই দিনটার আনন্দ মিছিলের অপেক্ষা ছিল না? ছিল। চোখের সামনে কিছু পুরাতন স্মৃতির ভিড়। Café social। এখন ওর কাছে খুবই বিরক্তিকর জায়গা। কিন্তু প্রেমের 5 বছরের বেশিরভাগ সময়টাই এখানে কেটেছে ওদের। একটানা 2-3 ঘণ্টা বসে থেকেছে এখানেই পলাশের সাথে। আড্ডা দিয়েছে বিষয়হীন। নানান বিষয়ে পলাশের জ্ঞান ওকে মুগ্ধ করেছিল কলেজের ফার্স্ট ইয়ার থেকেই। ওখানেই ওর প্রেমে পড়া। পলাশ তখন থার্ড ইয়ারে। দেওয়াল ঘড়ির অতল ডাকে ঘোর ভাঙলো তৃষার। বেরোতে হবে। (বাকিটা caption এ)
वो कहता है उसकी दुनिया बड़ी है। मुझे भी तो बताओ कितनी बड़ी है? पर जब कभी मिलना हो उनसे तुम्हे, बनारस की गलियों, घाटों को छोड़, तुम्हे मधुवन की कैफेटेरिया की पड़ी है।