थी
तुम्हें पाने की,
तुम्हें पाते पाते ख़ुद को पा गयी l
एक चाहत थी
तुम्हें समझाने की,
तुम्हें समझाते समझाते ख़ुद को समझ गयी ll
एक चाहत थी
तुमसे इश्क़ करने की,
तुमसे इश्क़ करते करते ख़ुद से इश्क़ कर गयी l
एक चाहत थी
तुम्हें भुलाने की,
तुम्हें भुलाते भुलाते ख़ुद को भूल गयी ll
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