//भरोसा ख़ुद पर//
जिसने किया भरोसा ख़ुद पर,
उसने हर मुकाम पाया है;
ज़मीं तो ज़मीं, अपने दम पर
अपना आसमान पाया है;
मुश्किलों ने रूख़ बदल दिया
और लौट गई, ऐ दोस्त,
जिसने ख़ुद के दम पर
ख़ुद को बेखौफ़ आजमाया है;
न था कोई, न कोई होगा अपना
इस बेगैरत ज़माने में,
रखना भरोसा ख़ुद पर हमेशा,
बस यही तेरा सरमाया हैं;
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