किस्मतों को संवारने में
बग़ीचे को बाग़ बनाने में
माली तू इनको मत भूला कर
तू इन फूलों की हिफ़ाज़त कर।
ये पहचान हैं तेरी, तुझको तो चले जाना है
इन के रंगों, ख़ुशबू से ही तुझको जाना जाना है
यही ले दिखाएंगे तुझे जन्नत ज़मीन पर
माली इन फूलों की हिफ़ाज़त कर।
शाख़ पर हैं तेरे हैं, उतारने के बाद न जाने कहाँ होंगे
जहां होंगे, ये हमेशा ही तेरे नाम के साथ होंगे
नाम अपने बढ़ाने में, इतना मत गुम जाया कर
ओ माली, सुन, इन फूलों की हिफ़ाज़त कर।
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