मेरा परिचय....
तहज़ीब अदब हूँ, शौक़ से रहती हूँ,
प्रकृति के करीब हूँ,
फोटोग्राफी का शौक रखती हूँ,
अपने हुनर को कदम-कदम आज़माती हूँ,
कभी-कभी लिखती भी हूँ तो.....
कभी-कभी अपनी आवाज़ को परखती हूँ।
कभी उकेरती हूँ कागज़ पर कुछ तो...
कभी पैरों को थिरकाती हूँ।
यूँ तो हमेशा खेला नहीं करती,
फिर भी खेल सभी खेल लेती हूँ।
मेरी उम्र से बड़ी है सोंच मेरी,
अपनो के बीच पागल कही जाती हूँ।
दिखने में भले तुमको कमजोर लगती हूँ,
पर दिल से बहुत मज़बूत बनी रहती हूँ।
सपने तो देखे हैं मैंने भी...
जो हैं एक से ज़्यादा,
बढ़ रही हूँ धीरे-धीरे आगे उन्हें पाने के लिये
मंज़िल मेरी देख रहीं रास्ता।।
जाते-जाते पीछे अपने,
अपनी पहचान छोड़ जाना चाहती हूँ।।
मैं अपनी पहचान बनाना चाहती हूँ ❤️
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