न जाने क्यों हम खफा थे,
ये हमें भी मालूम नही।
दिल में क्या छुपा रखे थे,
ये दिल को भी पता नही।
सच तो ये है के जिंदगी में दोस्त तो बहुत मिले हैं,
पर आप जैसों से बिछड़ना हमें मंजूर नही।
क्योंकि तारे जितने भी चमकते रहे,
बिना चांद के रात की रौनक नही।
सच कहूँ तो आप जैसे दोस्त अगर साथ हो,
तो इन तूफानी रातों से भी हमें कोई डर नही।
बस आप सबके दिल मे हमारे लिये प्यार हो,
इससे ज्यादा ऊपर वाले से और कोई दुआ नही।
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