YQ Sahitya 19 DEC 2021 AT 12:43 - Ayushi Verma 25 JUL 2017 AT 19:12 In the rain tumbling from her eyes... He relished his monsoon. - YQ Sahitya 7 FEB 2021 AT 21:09 - YQ Sahitya 26 DEC 2021 AT 19:02 मैं मृत्यु के बाद किसी भी तरह के जीवन में, कोई यक़ीन नहीं रखता हूँ। इसी कारण से मैं अपनी ज़िंदगी, जन्नत की लालच और जहन्नुम के भय में नहीं व्यतीत कर रहा। - YQ Sahitya 25 FEB 2021 AT 18:13 - YQ Sahitya 14 DEC 2021 AT 15:43 - YQ Sahitya 22 DEC 2021 AT 23:58 आज की रात वो आये हैं बड़ी देर के बादआज की रात बड़ी देर के बाद आई है - YQ Sahitya 21 DEC 2021 AT 9:31 - YQ Sahitya 17 DEC 2021 AT 11:32 - YQ Sahitya 25 DEC 2021 AT 10:06 शिव तो नहीं हम, फिर भी हम ने दुनिया भर के ज़हर पिए इतनी कड़वाहट है मुँह में कैसे मीठी बात करें -