मैं कौन हूँ ?
तेरे हर उस अनकहे सवाल का जबाब हूँ..
उन नयी -सी बोतलो मे वही पुरानी शराब हुँ,
मे कलपना की उडा़न ,मे झाँसी का अभीमान हुँ,
मे MUNIBA का जजबा ,और
ARUNIMA की आग हुँ!!
मे कौन हुँ....
क्यो नही मे मौन हुँ...
उम्र कम है,पर अब नही मै बच्ची हुँ,
देखा हे मैने DAMINI ,PRIYANKA,
or ASIFA को अब और नही मे अच्छी हुँ...
मे दिपक नही घरो का ,मे जगलो की आग हुँ ,
मे जिद्द हुँ, MALALA की
और में INDRA का मान हुँ
मैं ARUNDATI ,में MARYKOM में SUSHMA का SWARAJ हुँ...
मै तेरा भूत,भविष्य और मे ही वर्तमान हुँ...
मैं इश्क हुँ मीरा का ,मैं सीता का त्याग हुँ..
मैं पँचली का गुरूर ,मे शबरी का इंतजार हुँ||
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