है जमा मजमा, हुआ क्या भला
मेरे घर भीड़ थी, हुआ क्या भला।
शादी मेरी ख्याली, के दिन दो पहले
आए हैं जानं, कहां जाएंगे आप भी भला।
शोर, इल्जाम, स्यापा, ओर प्यार इतना
इशारे मिरी ओर, मैं था कसूरवार भला।
हंसते है हम जानां, अदाओं पे तेरी
तेरी साफगोई, घर दिल में बना गई भला।
कहतें है वो अगरचे, शादी जो हुई
कत्ल मेरा करेंगे, सरे-आम यूं भला।
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