QUOTES ON #SOMETHINGNEW

#somethingnew quotes

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2 APR 2020 AT 11:19

Happiness is Not Something You Fixed For Your Future.

Happiness is Something You Draw For Your Present.

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6 JUL 2020 AT 20:48

खुद सूखी डाली में बैठ
शोहरत की शान वो शिखा जाती है,

होंठ पर खामोशी लेकर भी
आजादी से बाते वो कर जाती है!

खुद पिंजरे में बंद हो ,
मगर उड़ना हमे सीखा जाती हैं!

हौसले को अपने बुलंद रख
ऊंचाई को छू जाती है!!

आसमानों के बुलंदियों को
जमीं से मिला जाती हैं!

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10 MAR 2021 AT 10:49

एक रोज कलम ये उठा करके
फिर लिखेंगें कुछ और नया !!!

(Full In Caption......!!)

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10 MAR 2021 AT 12:25

❤️🙏

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7 MAR 2021 AT 14:15

New version

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27 MAR 2021 AT 22:39

एक सितारा
जो खोज रहा था अपनी मंजिल
मंजिल खोजते खोजते
अचानक जा टकराता है
वह किसी पिंड से______________________

कुछ क्षण के लिए
एक ठहराव जारी रहता है
फिर वहीं से शुरू होती है
उसकी खोज की यात्रा

और वह निकल पड़ता है वहाँ से
लेकिन पीछे रह जाता है

वहीं एकांतिकता एवं शून्य सा प्रतीत होता पिंड



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15 DEC 2020 AT 13:10

वैसे तो कहानियां बहुत है यहां पर
और किस्से भी !!
सब के अल्फ़ाज़ बहुत है यहां पर
और अनकहे हिस्से भी !!

जैसे :
"कोई टूटा हुआ है तो कोई रूठा हुआ है..
किसी की कहानी अधूरी है तो किसी की पूरी हो रही है..
किसी की आंखों से मुस्कान है तो किसी की आंसुओं से..
कोई लिख रहा है तो कोई बयां कर रहा है.."

लेकिन
बयां तो लोग आज भी करते हैं ना अपनी
कहानियों का पर ज़िक्र कोई कहां किया करता है..
समझ तो लोग आज भी जाते हैं ना अपने
अल्फाजों को पर फ़िक्र कोई कहां किया करता है

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20 NOV 2019 AT 18:17

अब मैं क्या दूँ तुझे दर्द के सिवा कुछ है नहीं मेरे पास
टूटा हुआ भरोसा ही है शेष, न है अब किसी से कोई आस

वैसे तो धरती की कीमत को जानता है वो अंबर फिर भी नहीं है वो एक - दूसरे के पास

ग़मों की आदत अब कुछ ऐसे है पड़ी हमको
कि खुशियों को भी हम ज्यादा आते नहीं रास

खुशी से गाती थी जो कोयल अपने मीठे स्वर में
अब उसको भी नहीं है अपने सुरों पर जरा भी विश्वास

खामोशी में बिखरे जा रहे है अब तो अल्फ़ाज भी मेरे
कैसे संवारे Piu इन्हें अब तो कलम भी होने लगी है उदास

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19 JUL 2019 AT 23:17

वो खिलौने नहीं शायद बचपन बेचता होगा,
वो झुग्गियो मे महलों के ख्वाब देखता होगा,
कोसता होगा वो खुदा को अपनी बदकिस्मती पर,
लेकीन फ़िर भी वो माँ के आँचल मे जन्नत देखता होगा।
वो कुड़े मे किसी अमीर के फेके जूते देखता होगा,
तब अपने नंगे पैरों को देखकर,वो जूते चुम्ता होगा,
नाचते-गाते दिखाता होगा माँ बाप को वो जूते
वो उन फटे पुराने जूतों मे खुद को खुशनसीब देखता होगा।
वो स्कूल जाते बच्चो के पीठ पर जब बैग देखता होगा,
तब वो अपने कंधे पर जिम्मेदारियों का बोझ देखता होगा,
कभी -कभी अकेले मे रोता होगा जब वो खुद पर,
तब वो ज़रूर खुदा से रहम की उम्मीद देखता होगा।
वो शहर मे जब बड़े-बड़े होटल देखता होगा,
तब वो अपनी गरीबी को कलंक देखता होगा ,
देखता होगा लाख रूपये का खाना खाने वालो की बेबसी,
तब अपनी माँ की सूखी रोटी में करोड़ों का प्यार देखता होगा,
वो खिलौने नहीं शायद बचपन बेचता होगा।।
वो झुग्गियो में महलों के ख्वाब देखता होगा।।








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17 MAR 2020 AT 12:36

Tamanna kyon karte ho use pane
ki Jo Tumhare sath Nahin Hai,
Kabhi Kuch Pal uske sath bhi Khushi Se Gujaro Jise Tum Badi Tamanno Se Mile Ho.

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