दरवाजे के बाहार मै खडा अपनी बारी का इंतेजार कर राहा था, मुझसे क्या सजा होगी ये सोच रह था
पता था जो किया वो गलत था,मेरी लपरवाही से आज मशीन बंद हो गया था
तब अंदर से मॅमसाहब ने बुलाया, उनके साथ एक और उनकी दोस्त को वहा पाया
उन्होने गुस्सा उसको दिखला के कहा पगार कटने पडेगी तेरी, मेरे लपरवाही की ये सजा थी मेरी
मै गिडगिडाया पैरो पे उसकी गीर के बोला,जो काहोगी वो कारुंगा, पगार ना मेरा काटो
ऑफिस के बाद गुलाम बनके घर के काम करुंगा, सब कुछ सहुंगा तुम मारो या दाटो
दोनो की आँखे चमक उठी,, मुझसे कहा कपडे उतारने के लिये
मै डर गया गिड गिडाया पर वो नहीं माने, शरमता जिझाकता उन्होने नंगा किया
और मेरी फोटो खीच के बोलें आज से तुम हमारे नौकर हो, जब कहे तब बंदर, कभी शेर तो कभी जोकर हो आई क्या ना करता हर शर्त मान बैठा, फिर मुझे घुमके मेरे कुलहो को हातो से लाल होने तक पिटा
और ऑफिस के बाद जब उनके घर मै गया, जाते ही मेमसाब और उनके दोस्तो ने थप्पड से स्वागत किया
अब सब बारी बारी मुझे चाटने केहती जिसको चाहे वो मेरी जुबान इसतमाल करती
अब मै इनकी हर पार्टी का हिस्सा हू, हार बार नये दोस्तो का किस्सा हू
मुझे भी अब नंगा होने मे शर्म नहीं आती, मेरे ये सेवा करने से अब साल दर साल मुझे प्रोमोशन है मिलती
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