❤️❤️ अपने भीतर का अन्वेषण ही परमानंद का घोतक है ,,,, उदारता व स्नेह का स्रोत भी।।। बाहर की ओर बहना निश्चित ही अनंत दु:खों का अंगीकार करने जैसा है।।।।।। ❤️❤️
ACTIVATE THE VAGUS NERVE COMPASSION - by 'Singing, Humming, Chanting🕉️ and Gargling' To bring peace into your everyday life and reconnect with your self.
हे परमात्मा, तुम से है जिवन कि ज्योति तुम्हारी भक्ति ही है मेरी पुंजी हे नाथ , कितना और भटकाओगे, कितना और सताओगे , अब बता भी सरण में अपनी जगह ,कब दोगे।।
एक विश्वास है कि हम को परमात्मा ने किसी विशेष उद्देश्य से धरती पर भेजा है ,और उन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए हमें हर पल स्वयं खुद में सुधार लाने की आवश्यकता है क्योंकि हम को विफल होकर परमात्मा के सम्मुख नहीं जाना है ।