रब से भी ज्यादा सम्मान हो
नारियों का हमे इनक़ार नही है
दो लव्ज़ गर कह दु तेरी तारिफ में
इतने भी बुरे तो हम सरकार नही हैं
बेटियां सजती है तो पूछती है
पप्पा मैं कैसी लग रही हूं
बहन सजती है तो पूछती है
भाई मैं कैसी लग रही हूं
पत्नियां सजती है तो पूछती है
सुनो जी कैसी लग रही हूं
हुँ शर्म सार मैं क्योंकि खुदा भी मौन है
हर बहन की जुबां पर है वो लुटेरा कौन है
ऐसा हरगिज़ नही की रावण एंहा पूरी कौम है
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