ये दुनिया मेरे समझ से अब अंजान है,
यहां इंसानों के शक्ल में रहते हैवान है...
मसल दी जाती है यहां बेटियां जो इस ज़मीं की शान हैं,
इन ख़बरों का अख़बार में आना अब बहुत आम है...
सरकारें क्यों नहीं लेती कोई सख़्त फ़ैसला,
यह देख दिल भी बोल उठा हुकूमत बेईमान है...
अरे फांसी दे दो,ज़िंदा जला दो या बीच चौराहे पर भूनवा दो,
इस जुर्म के लिए इन शैतानों का बस यही अंजाम है...।।।
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