बयां ना कर सकूँ जो अपनी बातो से,
वो आती है मन की यादो से l
परवाह नहीं की क्या कीमत है मेरी,
बस विश्वास है, जब साथ हो तेरी l
छोटे से पन्नों में अपनी विचार
लिख देती,
जब उठती है तो अपनी याद छोड़ देती l
तेरे बिन तो किताबे अधूरी है,
साथ पाकर तेरी हर जज़्बात पूरी है l
मामूली इंसान के भीतर भी शान भर देती,
कलम हो तुम दो शब्दो में हमारी पहचान
लिख देती l
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