वो ज़रा सी बिखरी है , उसे संवर जाने दो,
हर बात में यूं न टोको , उसे निखर जाने दो,
बन्दिशें न पैरों में बांधो, उन्हें खुल जाने दो,
छटपटा रही है वो पिंजरे में, अब तो उड़ जाने दो,
नापेगी वो आसमाँ सारा , जग में नाम उसे भी कर जाने दो,
हाँ , “वो एक लड़की है” , ये बात अपने गले से उतर भी जाने दो ।
-