QUOTES ON #MORNINGQUOTE

#morningquote quotes

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22 JUL 2020 AT 8:28

गुड मॉर्निंग डियर🌹
इतनी खूबसूरत सुबह को यूं बर्बाद ना कीजिए
उठ कर इन नजारों को अपने दर्शन दीजिए
फूल पत्तिया, प्रकृति सारी है उदास
आपकी एक मुस्कान से हो जाएगा
इनका भी दिन खास
इतना मत सोचिए आ जाओ बाहर
आपके दीदार में लाइन में हम भी खड़े है यार

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29 AUG 2018 AT 7:43

It is the beautiful dawn of a pleasant august sky, gold and crimson rays making their way to glitter the world, but I do not want to wake up from my rosy dream because it is the only mirage where we have the possibility of being together.
#3

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9 SEP 2020 AT 5:56

Preshan the wo maujoodgi SE miri,
Kah kar khuda Hafiz humne unki uljhan hi khatam kar di ..!!

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1 SEP 2020 AT 8:52

....

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16 SEP 2020 AT 3:44

मुरशद
जाम के छलकते पैमाने देखे थे उसकी आँखों से,
मुरशद
हमने भी ऐसे ज़माने देखे थे अपनी आँखों से

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25 MAR 2019 AT 7:37

🌞🌞सुप्रभात...🌞🌞
वही होगा यहांँ जो होकर रहना है...
किस्मत के आगे तो सब कुछ बौना है...
जिंदगी की यही रीत है प्यारों...
कुछ पाकर खुश होना है...
कुछ खोकर रोना है...

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8 APR 2021 AT 9:34

मुझे...,
'Hot' पसंद हैं,
'Sweet' पसंद हैं,
और रंग भी 'साँवला' ही पसंद हैं,
सच कहूं तो मुझे 'चाय' की सारी गुण पसंद हैं...!

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बहुत दूर तक चला मैंने कुछ अपने तरीके
से भी जिया लेकिन खुल कर नहीं
वहीं रुकी हूं ज्यादा आगे नहीं बढ़ी हूं मैं!
क़ैद हूं उन बन्धनो से, आज भी वही
पाबन्दियां हैं, बहुत कोशिश कि मैंने
लेकिन अपने‌ ही रास्तों पर‌ दूर खड़ी हूं मैं!
कई मुकाम आये, बातें मेरी चल रही थीं
मेरी जिंदगी ज्यादा दिन कि नहीं है मेहमान
तुम्हे खबर भी नहीं होगी कितना लड़ी हूं मैं!
उन उतार-चढाव से गुजर कर बहुत तन्हां हो गई
एक बार फिर कोई सांसें भर दें रुह में
चल पड़े जिंदगी फिर से कब से वहीं पड़ी हूं मैं!
सब समय पर छोड़ दिया, मन उदास रहने लगा
एक बार मेरी भी हसरतें पूरी होने कि चाहत है
चीज़ों को लेकर ना जाने कब से डरी हूं मैं !
नादानियां तो जाती नहीं और परेशानी गले लग जाती
किसी के लिए जरुरी नहीं मगर सबको जरुरत है मेरी
इतनी हैं अहमियत जैसे बस जोड़ने कि इक कड़ी हूं मैं!

-(Taste _of_thoughts✍️)


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9 JUL 2019 AT 9:04

I don’t brace my past along,
I just take-home my experiences,
Rejoicing my blissful present,
To conspire a wishful life in future.

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21 SEP 2020 AT 7:35

ओ कान्हा अब तो मेरे इन अधरों
को भी गुलाम बना बैठे हो , जब भी
कुछ कहने की चाहत में ये खुलती हैं
महज़ तुम्हारा ही नाम होता है इन पर !!

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