शब्द उतरते रहे कागज़ों पर कलम में हम स्याही भरते रहे बेइज़्ज़त सरेआम होकर भी दिल के टुकड़ों को समेटते रहे आँसू निकले ज़ज़्बात बनकर ज़ुबान से तब भी खाली ही रहे चार बातें करते रहे वो पीठ पीछे मंज़िल की ओर हम बढ़ते रहे महफ़िल थी आशियाने में हमारे और हम सड़कों पर भटकते रहे
किसी लव स्टोरी से कम नही थी... जस्ट र्फेन्ड कहा करते थे, प्यार रोमियो से कम नही थी... लडते थे सारी रात हम, मनाने की कोशिश भी कम नही थी प्यार का नाम देकर कयु बदनाम करते, ऐसे भी परेशानियाँ कम नही थी꫰
खूबसूरत ख़याल लिखती है, फिर तेरा हाल चाल लिखती है ..!! सच अगर सच ही कह दिया तो फिर सब कहेंगे वबाल लिखती है ..!! तंज़ करती नहीं किसी पे मैं सिर्फ़ अपना मलाल लिखती है ...!! फ़ुरक़तों की सदी नहीं लिखती वस्ल के पल को साल लिखती है ...!! दुश्मनी ख़त्म कर दिया सारी दोस्ती को बहाल लिखती है ...!! भूख मंहगाई रोज़गार के लिए जाने कितने सवाल लिखती है ...!! लोग तारीफ़ झूठ करते हैं या ये सचमुच कमाल लिखती है ..!!
Mujhe kisi shaks ne kaha tha ki.......☹️ Kbhi apne baare mein bhi sochna .......🧐 Koi Kisi ka nhi is duniya mein .💔 Bure waqt mein har wo insan tumne dur hoga🥹 jo ...Tumhare achhe waqt m tumhare sabse kareeb hoga ..,...😱💔