❣️ज़िंदगी क्या है, दो प्याली चाय,
एक तेरी☕💕- एक मेरी,☕💕
भोर की लाली से लेकर, रात के अंधेरे के छोर तक,
सुबह की ताजगी से लेकर ,रात की थकावट तक,
कुछ सुकून के पल, एक दूजे के संग,
चाय और बातों संग, यूंही हम साथ निभाएंगे,
इस भागते-दौड़ते, दिन-रात के बीच, बस रोज़..
चाय के बहाने बैठ, कुछ तेरी-कुछ अपनी सुनाएंगे,
ज़िंदगी तेरी - मेरी, दो प्याली चाय के साथ,
बातों-बातों में,हाथों-हाथों में साथ,रोज़ यूंही गुज़र जाएगी,
ये दो प्याली चाय, हमे रोज़ इसी बहाने मिलाएगी,
यही दो प्याली चाय सी, अपनी जिंदगी है हमदम,
एक तेरी -एक मेरी,☕☕💞
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