मेरी माँ है
उनमें ही बसती मेरी जान है,
इस ज़िन्दगी की अंधेरो में,
वो उजालो की तरह रहती मेरे साथ है,
मुझे हर मुसीबतों से है बचाती ,
मुझे हर मुश्किलों से हैं निकालती ,
मेरी हर ज़िद पूरी है वो करती ,
मेरे बीमारी में मेरे लिए दिन रात है वो जागती,
मुझे औरों का नही पता लेकिन ,
मेरी माँ मेरे लिए बहुत कुछ है सहती,
पुरी दुनिया के लिए वो सिर्फ मेरी माँ है,
लेकिन मेरे लिए मेरी पूरी क़ायनात है,
मेरी पहचान मेरी माँ है,
उनमें ही बसती मेरी जान हैं.....!!
Abhishek Shekhawat
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