QUOTES ON #GHUNGROO

#ghungroo quotes

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12 JAN 2020 AT 22:32

जौ घुण्गरू अभी किसी कौने मैं
बिन आबाज के गिरा हुआ है
वह एक बक्त मैं
बड़े बड़े तजुर्बा किया करते हें...

जौ इन्सान अभी आपनो से
बात तक नही करती
वह एक बक्त था जौ गेरो से
घंटो बात करती थी...

।। बक्त बक्त की बात है वरना
अपनो को अपनी ब्ज़ूद के याद
दिलाने की न्योबत ना आती ।।

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17 AUG 2020 AT 15:14

घुंघरू

एक स्त्री मन की व्यथा

पूरी पोस्ट नीचे कमेंट में पढ़ें 👇👇👇

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22 AUG 2018 AT 16:46

Har kisi ke sapne he
Har kisi ki kahani he
Bss chanak se hi pehchaan lo
Inn ghungaru ki dastaan puraani he

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26 APR 2018 AT 22:56

जिनके पेट की खा़तिर कई बारअपने गीत गिरवी रखे थे
आज वो ही ...
अनचाहे बाज़ार में मेरे पैरों में घुंघरू बांधना चाहते हैं।।

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11 JAN 2021 AT 12:51

कोई इस घुंघरु
को भी हथियार
का दर्जा दें दो
आखिर इसने
भी कइयों की
खुशियों का
क़त्ल किया है

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13 SEP 2017 AT 1:37

कुछ इस तरह घुंघरू बजे के
इस दिल में प्यार के सितार बज गया
पता है वो मैखाना है
पर वह तोह एक ऐसी रूह है
जिसने मेरे दिल को कुरेद के रख दिया.

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25 JUN 2019 AT 20:21

With the rythm of the ghungroos
And the beat of the music
A dancer can spiritually elevate
and embody with the divine beauty.

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25 JUN 2020 AT 9:56

तवायफ की मजबूरियां बिकती हैं,
घुंघरू में धुन नहीं दर्द गूंजता है....

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7 JUN 2020 AT 9:33

চেনেহৰ ঘুংগ্ৰু,,,
মৰম ল'বা ।
আশা কৰিছো তোমাৰ ভাল,কিন্তু মোৰ বেয়া
আচলতে চিঠিখন দিয়াত পলম হ'ল।
জনাম জনাম বুলি ভাবি থকা কথাবোৰ
ইমানকৈ জমা লাগিল যে
বদহজমী হৈ যাব এতিয়া
যদি মই কোৱাত আকৌ সময় লগাওঁ..
মৰমৰ শিকলি ভাঙি চিঙি মোহাৰি
বাৰিষাৰ ঢল বোৱাব এতিয়া..

তুমি নিশ্চয় লক্ষ্য কৰিছা
শব্দবোৰ মই তেনেই শিথিল ব্যবহাৰ কৰিছো।
তোমাৰ আকৌ ইমান পঢ়া শুনা নাই যে;
দাঁত ভঙা শব্দকেইটা ব্যবহাৰ কৰিনো কি লাভ
যদি তাত লুকাই থকা মৰম তুমি বিচাৰি নোপোৱা।
নহয় জানো?
যিয়ে যি ভাষা বুজে তাক সেইমতেই ক'ব লাগে..
বচ্ এটায়ে মিনতি;
তুমি যেন মোৰ সংগ নেৰা কাহানিও
মনোমোহা ঝুন-ঝুন ধ্বনিয়ে যাতে
মোৰ আকাশ বতাহ কঁপাই থাকে...
বুজিছা!!
এইখিনিয়ে আৰু..
বুকুৰ উখল-মাখল খিনি দূৰ কৰিলো..
আনে নুবুজিলেও তোমালৈ থকা মোৰ স্নেহ
বুজিবা বুলি আশা ৰাখিলোঁ।
আজিলৈ ইমানেই।
ইতি,
তোমাৰ আজন্ম প্ৰেমিকা..

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17 MAR 2018 AT 9:57

समर्पण भाव की सुगंध तो दोनों को ही मिली,
पर पायल को घर और घुंगरू को ज़मीन न मिली

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