तस्वीर अपनी बेहद हसीन रख ,,
पर हो सके तोह आईना भी साथ रख ।।
गर न हो सके सुरज से दोस्ती ,,
तोह चिरगों को अपने साथ कर ।।
मालुम हैं नही आयेंगे बचाने फ़रिश्ते ,,
पर थोड़ा तोह रब पर विश्वास कर ।।
दर्द हैं , गम हैं , मत मुस्कुराया कर ,,
पर कम से कम आशु तोह मत छिपाया कर ।।
मालुम है चला गया बचपना अरसे पहले ,,
कभी तोह बच्चों में बच्चा बन जाया कर ।।
कौन कहता है , कुछ मांगने जा मंदिर ,,
युही कभी रब का हाल पूछ आया कर ।।
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