लड़कियों की जिंदगी,, आधी जिंदगी जाती है एक परिवार,,और कुछ ख्वाब सजाने में, बाकी आधी जिंदगी,,एक अलग परिवार अलग ख्वाब पर खर्च करते हैं हम लड़कियां,, उसके बाद भी शिकायत नहीं करते,, " कि ए जिंदगी तूं क्यू खेल रही है हमसे"
मेरे पगलू दोस्त मुझे चिरौ🐥 पुकारते वो कहते तू लगती है उनके जैसी सहमी सी खुश होती तो इधर उधर फूदकती रहतीं कूहू कूहू करके सबको हंसाती । फिर इस कवारनटाईन में बहुत प्यारा अजूबा हुआ एक चिड़िया 🐦लाकडाऊन जो हो गई फिर कुछ दिन बाद प्यारी छोटी चिरौ 🐣🐣जो आ गई । चिडियाँ मम्मा उनकी छोटी चिरौ उड गई एक दिन मैं परेशान सी माँ से पगलू दोस्तो से पूछा कि माँ अब चिड़िया नही आएगी तब माँ ने कहा उसे प्यार मिला है यहाँ मेरी चिरौ से भला वह मुँह कैसै मोड पाएगी आएगी वो । कुछ दिन बाद सच में चिड़िया मम्मा🐦 और छोटी चिरौ 🐥🐥फिर से आई और हम साथ-साथ फूदकते हैं अब वो जाके वापस रोज अपने घोंसले में आ जाती। मेरे दोस्त हँसते जब भी बताती उन्हें तो कहते देखा क्यो चिरौ पुकारते तुमहे।।🐥 🐣🐥🍀☘🌼🌺🌻🍃🌿❤❤