Anubhav Bajpai 28 MAR 2017 AT 17:16 पत्थर मारिए साहेब , पर दर्द अब नहीं होता,उन्होंने तोड़कर ये दिल, दवा पहले खिला दी है। - Anjali.S. Rai 27 MAR 2017 AT 18:10 मरे हुए को क्या मारना साहिबउसने इश्क़ किया है इस मर्ज़ की दवा नहीं - Anjali.S. Rai 27 MAR 2017 AT 17:48 Sambhal lo mujhe ki doob na jau kahin Jaha se shuru hui thi,khatam na ho jau wahin - Anjali.S. Rai 27 MAR 2017 AT 17:36 लिखते जाऊँ मैं तुम पढ़ते जाओऔर शायद इसी बहाने तुम मेरे करीब आ जाओ - CalmKazi 28 MAR 2017 AT 2:15 बिका जो बाज़ार में कल मेरा दर्द,दाम क्या, ईमान भी न टिका ।। - Anjali.S. Rai 27 MAR 2017 AT 18:04 Shak toh aaj bhi haii apni taqdeer par Phir bhi rakh diya dil unke haathon k lakeer par - Avanindra Bismil 29 MAR 2017 AT 0:49 अपनी माँ के पैरों के करीब जब उसने नमाज की टोपी रखी,जन्नत में अजान तब हमने अपनी आँखों के सामने होती देखी।। - Jai Kumaar 27 MAR 2017 AT 10:20 मेरी आँखों में आँसू देने वाला भी आज रो दिया, शायद उसे आज अपनी बेवफ़ाई की यादें सताने लगी हैं !! - Sourabh Acharya 27 MAR 2017 AT 17:37 वैसे तो मैं रोज़ डूबता हूँ तेरी आँखों के समंदर मेंशायद इसलिए ही मैंने तैरना सीख लिया है!- सौRभ - Anjali.S. Rai 27 MAR 2017 AT 17:29 एक पल में टूट गई मैं तेरे बाहों के घेरे में मजाल ना थी किसीं की के इस कदर मुझे तोड़ सके -