30 MAR 2017 AT 7:20

बिखर गयी है ज़िन्दगी नज़रों ने ख़्वाब बटोरे हैं

अल्फ़ाज़ बहुत हैं लिखने को पर सारे पन्ने कोरे हैं

- Qasid