12 APR 2017 AT 15:19

मेरी मार्मिक दशा का वर्णन
मैं आध्यात्मिक तरीके से
शायद न कर पाऊँ
मगर मेरा द्विदिशात्मक चरित्र
नित नए रंग लेकर
जब दिखाई पड़ता है
तब मेरा रुतबा अपने आप में
हिचकोले खाता हुआ नज़र आता है!

- सौरभ