27 MAY 2017 AT 7:14

रिश्तों की दरार का तो पता नही जनाब
मेरे तख़्त में बड़ी दरारें पड़ गयी हैं।
कोई तो एक कारीगर को बुलवा दो;
आवाज बहुत करता है रातों को।।

- Shiv Chauhan