रंग तेरा चढ़ा है मुझपे , सफ़ेद कुर्ते पे पान के पीक की तरह , लाख रगड़ कर देख लिया , उतरने का नाम नहीं । - Safarnaamaa
रंग तेरा चढ़ा है मुझपे , सफ़ेद कुर्ते पे पान के पीक की तरह , लाख रगड़ कर देख लिया , उतरने का नाम नहीं ।
- Safarnaamaa