कल जो हुआ हम-तुममें बवाल,
उसने कर दिया मेरे दिल का बुरा हाल!
चलो माना होना चाहिए ये कभी-कभी,
बना रहता है इससे ज़िन्दगी में स्वाद!
लेकिन आज ये बात एक मेरी,
अच्छी तरह से सुन-समझ लो तुम!
कभी न करना दूर जाने की बात,
न सोचना कभी सपने में भी...
छोड़ने की हमारा ये प्यारा साथ!
ये तुम जान लो मेरे हमदम,
मैं हूँ वो पक्का वाला रंग जो....
अब कभी न तुम छुड़ा पाओगे!
कर लो खर्च चाहे जितने भी,
सर्फ एक्सेल या वैनीष तुम!
याद सदा इतना ही रखना,
कुछ दाग अच्छे ही नहीं होते...
होते है जीने के लिए जरुरी भी!

- शिखा अनुराग