हमारा चैट बॉक्स नहीं है सिर्फ एक चैट बॉक्स,
है ये एक डिजिटल घरौंदा।
जहां बसाये है हमने अपने चंद अरमान,
देखे है कुछ प्यारे से सपने।
सजाया-संवारा है जिसे हमने,
अपनी मोहब्बत की कलियों से।
गवाह है जो हमारी तकरारों का,
और उसके बाद बरसने वाली प्रेम की फुहारों का।
ये साक्षी है उस सफर का जिसे तय करके,
आज हम पहुँचे है दोस्ती से जीवनसाथी के मुकाम तक।
लौटाया है इसने फिर से हमारा बचपन,
बनके हमारे लिए हमारे डिजिटल घर का आँगन।

- शिखा अनुराग