ना!खंजर की तरह सीने में गड़ाहाँ का मरहम देदे जीने की वजह तो मैं चला आऊँ - Kavi Shashi
ना!खंजर की तरह सीने में गड़ाहाँ का मरहम देदे जीने की वजह तो मैं चला आऊँ
- Kavi Shashi