Samiksha Hans  
1.8k Followers · 200 Following

Joined 4 March 2017


Joined 4 March 2017
8 MAR 2017 AT 19:53

Is it necessary to donate the blood of virginity at the wedding night?

-


18 DEC 2020 AT 11:48

जिस रिश्ते में बिछड़ने का एहसास होता है,
पर कभी कभी वहीं रिश्ता ही सबसे खास होता है!

-


28 JUL 2020 AT 11:25

सुना है आजकल आज़माते बहुत हो हमें,
सुबह की चाय से लेकर रात की अँगड़ाई तक,
दोपहर की मीठी बात से लेकर शाम की लड़ाई तक!

जिन आँखों में हमें देखकर सुकून हुआ करता था,
आज गहरे राज छिपे है,
जो आँखें देखकर मुस्कराती थी हमें,
आज़ देखती ही नहीं हमें!

सुना है आजकल इठलाते बहुत हो,
सुबह की सैर से लेकर रात की चहल तक,
दोपहर की शांति से लेकर शाम की नई उम्मीद तक!

जिन लफ़्ज़ों पर नाम होता था हमारा,
आज खामोशी की झलक छाई,
मरहम भी दिल को तुमने खुद ही लगाई,
हाँ
महसूस किया है कि
आजकल आज़माते बहुत हो हमें!!

-


23 JUL 2020 AT 9:12

जुबाँ थम जाती थी आपके प्यार को देखकर,
शिकायतें छिप जाती थी आपके अंदाज़ को देखकर,

रिश्ते में गाँठे हो गई थी मानते है हम,

पर हमने भी सुना है कि गाँठे एक हाथ से नहीं,
दो हाथ से सुलझती है!!

-


22 JUL 2020 AT 17:29

ज़िद आपकी थी, प्यार हमारा था,
दिल हमारा था, ख्याल आपका था!!

-


30 MAY 2020 AT 17:03

दोहरी ज़िन्दगी, खूबसूरत चेहरे पर नकाब,
क्या बात अपने झूठ पर खुद ही गिर गए ज़नाब?

-


17 MAY 2020 AT 22:32

शाम की क्या बात कहे,
आजकल चाय भी फिकी लगती है,
हँसी तो होती है,
परंतु हँसी गम का चौला लिए चलती है|

किसी के सर पर छत है,
तीन वक्त का खाना है साहिब,
वहीं कोई मज़दूर हालातों से,
बेगाना है साहिब |

ये लंबी शाम, अँधेरी रातें,
उजाले की उम्मीद में,
उस गरीब की तरसती आँखें,
हौंसलें की लंबी उड़ान,

सलाम है तुझे मेरे जवान!!


-


27 JAN 2020 AT 21:55

वो मुस्कुराते चेहरे,
जो दर्द भरी आँखों को छिपाते है,

वो रोशन चेहरे,
जो आँखों में कुछ कर दिखाने का जुनून
लिए होते है,

वो नटखट चेहरे,
जो दुनिया को पाक साफ़ समझते है,

क्योंकि
हर चेहरा अपनी अलग
खूबसूरती लिए होता है!

-


23 JAN 2020 AT 0:07

खामोशी पूछती है उन लफ्ज़ों से,
जो बेमतलब बिखर ज़ाया करते थे,

आँखे दिखाती थी वो कि मन में रहो,
परंतु अपनों के सामने बह ज़ाया करते थे||


-


12 DEC 2019 AT 0:22

"वो तो मंद मंद यूँ ही मुस्कुरा दिया करते थे उन्हें याद करके,
क्या पता था यादों के झरोखे आंँखों में आंँसू बन बह जाएँगे!!"

-


Fetching Samiksha Hans Quotes