26 FEB 2017 AT 21:13

इस ज़माने में किसी को नहीं है
मुझसे कोई आस,
कहने को तो पूरा मेला है
पर कोई नहीं है अपना खास

वो तो भोली मेरी माँ है
जिसको है अपने बेटे पर,
सारी दुनिया का
सारा विश्वास
- साकेत गर्ग 'सागा'

- साकेत गर्ग ’सागा’