23 APR 2017 AT 22:43

वक़्त से खुदको समेट लिया था,
वक़्त से खुद को समझा लिया था,
लेकिन वक़्त ने भी की दगा,
दी वही तकलीफ़ आज फिर एक दफा।

- RushaliThukral