निकल गया दूसरा साल भी किसी की आस में
जाने कब ख़त्म होगी प्यार की तलाश ये....
ढूंढते ढूंढते थक गया में चकनाचूर हो गया में
जाने कब लिख लिख के शायरियां मशहूर भी हो गया में
तुम्हारी तलाश कब खत्म होगी जाना जाने कब ये आस खत्म होगी......जाना😍
बताओ ए जाना
Real Caption

- ऋषभ चोलकर