जब मेरी किसी बज़्म में तेरा ज़िक्र आता हैकसम से मेरी आँखों में खून उतर आता हैनफ़रत तुझसे नही खुद से हुई है बेइंतेहान मौत आती है न जिंदगी में सुकून आता है ।दिल निकाल दूं ज़िस्म से जिंदगी फ़ना कर दूंइस मोहब्बत में कभी कभी ऐसा जूनून आता है #राखी - #राखी
जब मेरी किसी बज़्म में तेरा ज़िक्र आता हैकसम से मेरी आँखों में खून उतर आता हैनफ़रत तुझसे नही खुद से हुई है बेइंतेहान मौत आती है न जिंदगी में सुकून आता है ।दिल निकाल दूं ज़िस्म से जिंदगी फ़ना कर दूंइस मोहब्बत में कभी कभी ऐसा जूनून आता है #राखी
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