बर्फ के गोले, मीठे मीठे दशहरी आमधूप में अंदर बाहर सुबह शामपीठ से सरकता पसीना, हाय वो मई-जून का महीना...सूर्य देवता बख़्शो थोड़ी तो नर्मीबहुत याद आती दिल्ली की वो गर्मी .... - PSB
बर्फ के गोले, मीठे मीठे दशहरी आमधूप में अंदर बाहर सुबह शामपीठ से सरकता पसीना, हाय वो मई-जून का महीना...सूर्य देवता बख़्शो थोड़ी तो नर्मीबहुत याद आती दिल्ली की वो गर्मी ....
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