7 JAN 2017 AT 8:30

इन आशुफ्ता लफ़्ज़ों की बेमानी का, कुछ तो सिला मिले
तेरी तवज़्ज़ुह की जुस्तजू थी, कम-स-कम इताब तो मिले

आशुफ्ता- frustrated, तवज़्ज़ुह- attention, इताब- anger

- ज़ौक़ | Zouq