आरज़ू नहीं अब कोईएक गिला है रब से...पूरी उसने वो ख्वाईशें करदीजो कभी मैंने बस युहीं..कुछ पल के अंधेरों सेघबरा कर की थी। - P. S. Aislinn
आरज़ू नहीं अब कोईएक गिला है रब से...पूरी उसने वो ख्वाईशें करदीजो कभी मैंने बस युहीं..कुछ पल के अंधेरों सेघबरा कर की थी।
- P. S. Aislinn